हम इतिहास-निर्माता नहीं हैं, बल्कि हम इतिहास द्वारा निर्मित हैं। (We are not makers of history, we are made by history.)
हम इतिहास-निर्माता नहीं हैं, बल्कि हम इतिहास द्वारा निर्मित हैं। (68th BPSC Essay) इतिहास केवल अतीत की घटनाओं का संकलन […]
हम इतिहास-निर्माता नहीं हैं, बल्कि हम इतिहास द्वारा निर्मित हैं। (68th BPSC Essay) इतिहास केवल अतीत की घटनाओं का संकलन […]
उत्कृष्ट कला हमारे अनुभव को प्रकाशित करती है या सत्य को उद्घाटित करती है। (68th BPSC Essay) मानव सभ्यता के
अपने अनिवार्य कर्तव्य का पालन करें क्योंकि कर्म निश्चय ही निष्क्रियता से उत्तम है। (68th BPSC Essay) मानव जीवन में
साहित्य ज्ञान का केवल एक स्रोत ही नहीं है, साथ ही वह नैतिक और सामाजिक क्रिया का भी एक रूप
जंगल अपने पेड़ स्वयं तैयार करता है। यह लोगों के जंगल में आकार बीज फेंकने का इंतजार नहीं करता है।
अनेर धुनेर के राम रखवार (69th BPSC Essay) एक गांव में एक अनाथ बालक रहता था, जिसका नाम मोहन
अनेर धुनेर के राम रखवार (Aner dhuner ke Ram rakhavar) Read Post »
आगु नाथ ने पाछू पगहा, बिना छान के कूदे गधा (69th BPSC Essay) एक गाँव में एक युवक रहता था,
धोबियक कुकुर ने घर के ने घाट के (69th BPSC Essay) “जिसने समय को समझ लिया, उसने जीवन को समझ
धोबियक कुकुर ने घर के ने घाट के (Dhobiyak kukur nen ghar ke ne ghat ke) Read Post »
बिन समाज के बोली हो सकेला का, बिन बोली (भाषा) समाज हो सकेला का (69th BPSC Essay) “भाषा किसी समाज
भारतीय कृषि पर जलवायु परिवर्तन का प्रभाव तथा बचाव के उपाय। (69th BPSC Essay) “खुदा का शुक्र है कि इंसान
नई शिक्षा नीति, 2023 के फायदे और नुकसान। (69th BPSC Essay) “सा विद्या या विमुक्तये” अर्थात शिक्षा वही है, जो
आध्यात्मिक उन्नति तथा शारीरिक एवं मानसिक विकास के लिए योग की आवश्यकता और महत्त्व। (69th BPSC Essay) “योग मन को
महिला सशक्तिकरण की वर्तमान स्थिति : राजनैतिक सशक्तिकरण के परिप्रेक्ष्य में। (69th BPSC Essay) “यदि आप किसी समाज की प्रगति
आधुनिक संचार क्रांति ने मानव के संचार के साधनों और टेक्नोलॉजी के प्रति जागरूकता में क्रांतिकारी रूप से वृद्धि की
काले धन की अर्थव्यवस्था अपराध और भ्रष्टाचार का प्रमुख कारण है। (69th BPSC) “भ्रष्टाचार और काले धन का प्रसार समाज
कृषि व्यवस्था में सुधार कर देश के ग्रामीण अर्थतंत्र को सशक्त बना सकते हैं। (69th BPSC) “जब तक किसानों के
विज्ञान और प्रौद्योगिकी ब्रह्मांड के रहस्यों को जानने में सहायक हैं। (69th BPSC) “विज्ञान मानवता के लिए एक रास्ता है,