Table of Contents
इंटरनेट ने हमारे संसार को विश्वगाँव में बदल दिया है। (68th BPSC Essay)
तकनीकी प्रगति ने मानव सभ्यता को निरंतर परिवर्तित किया है। 21वीं सदी में, इंटरनेट ने जिस गति से हमारे जीवन को प्रभावित किया है, वह अप्रत्याशित है। आज इंटरनेट ने न केवल सूचनाओं के आदान-प्रदान को सरल बना दिया है, बल्कि संपूर्ण विश्व को एक ‘विश्वगाँव’ में परिवर्तित कर दिया है। सूचनाओं की सहज उपलब्धता, त्वरित संचार, ऑनलाइन व्यापार, शिक्षा, चिकित्सा और सामाजिक जीवन जैसे क्षेत्रों में इंटरनेट ने क्रांतिकारी बदलाव किए हैं।
‘विश्वगाँव’ की संकल्पना को सबसे पहले कनाडाई विचारक मार्शल मैकलुहान ने 1960 के दशक में प्रस्तुत किया था। उनका मानना था कि संचार तकनीकों में हुए बदलाव के कारण विश्व एक छोटे गाँव की तरह बन जाएगा, जहाँ कोई भी व्यक्ति आसानी से एक-दूसरे से संपर्क कर सकेगा। इंटरनेट ने इस विचार को वास्तविकता में बदल दिया है। आज दुनिया के किसी भी कोने में बैठे व्यक्ति से हम कुछ सेकंड में संपर्क कर सकते हैं।
पहले किसी घटना की जानकारी प्राप्त करने में कई दिन लग जाते थे, लेकिन अब इंटरनेट की बदौलत हम किसी भी कोने की खबर चंद सेकंड में प्राप्त कर सकते हैं। सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म, ब्लॉग, और न्यूज़ वेबसाइट्स ने सूचना के आदान-प्रदान को सरल बना दिया है। ई-मेल, वीडियो कॉल, मैसेजिंग ऐप्स जैसे व्हाट्सएप, टेलीग्राम, और जूम के माध्यम से विश्व भर में संवाद स्थापित किया जा सकता है।
इंटरनेट ने शिक्षा के क्षेत्र में क्रांति ला दी है। ऑनलाइन कक्षाओं, वेबिनार, ई-बुक्स, और डिजिटल पाठ्यक्रमों ने छात्रों को किसी भी विषय की जानकारी आसानी से उपलब्ध कराई है। आज कोई भी व्यक्ति इंटरनेट की सहायता से विभिन्न भाषाओं, गणित, विज्ञान, इतिहास, और अन्य विषयों का अध्ययन कर सकता है। ‘मास्सिव ओपन ऑनलाइन कोर्स’ (MOOCs) के माध्यम से दुनिया के प्रतिष्ठित विश्वविद्यालयों से मुफ्त में या कम लागत में शिक्षा प्राप्त की जा सकती है।
जैसा कि प्रसिद्ध भारतीय वैज्ञानिक डॉ. ए. पी. जे. अब्दुल कलाम ने कहा था:
“तकनीक अपने आप में कुछ नहीं होती, यह तो केवल एक उपकरण है। इसके उपयोग से ही यह तय होता है कि यह वरदान है या अभिशाप।”
इंटरनेट ने व्यापार को भी वैश्विक स्तर पर पहुँचा दिया है। ई-कॉमर्स वेबसाइट्स जैसे कि अमेज़न, फ्लिपकार्ट, अलीबाबा, और ई-बे ने खरीदारी के तरीके को बदल दिया है। अब हम घर बैठे दुनिया के किसी भी कोने से वस्त्र, इलेक्ट्रॉनिक्स, और अन्य आवश्यक वस्तुएँ मँगवा सकते हैं। इंटरनेट बैंकिंग, डिजिटल भुगतान प्रणाली, और क्रिप्टोकरेंसी ने आर्थिक लेन-देन को भी तेज और सुरक्षित बनाया है।
टेलीमेडिसिन और ऑनलाइन स्वास्थ्य परामर्श सेवाओं ने चिकित्सा क्षेत्र में भी क्रांति ला दी है। अब डॉक्टर दूर बैठे मरीजों का इलाज कर सकते हैं। इंटरनेट के माध्यम से नई बीमारियों के उपचार और चिकित्सा अनुसंधानों को भी त्वरित रूप से साझा किया जा सकता है। कोविड-19 महामारी के दौरान टेलीमेडिसिन सेवाओं ने लोगों को घर बैठे चिकित्सा सुविधा प्राप्त करने में मदद की।
इंटरनेट ने विभिन्न संस्कृतियों के बीच की दूरी को कम कर दिया है। सोशल मीडिया प्लेटफार्म्स जैसे फेसबुक, ट्विटर, इंस्टाग्राम, और लिंक्डइन ने लोगों को आपस में जोड़ा है। हम दुनिया भर के लोगों से संवाद कर सकते हैं, उनकी संस्कृतियों को समझ सकते हैं, और उनके रीति-रिवाजों को जान सकते हैं।
यद्यपि इंटरनेट ने संसार को विश्वगाँव में बदल दिया है, लेकिन इसके कुछ दुष्प्रभाव भी हैं। सोशल मीडिया पर झूठी खबरें और अफवाहें तेजी से फैलती हैं, जो समाज में गलतफहमी और दंगे-फसाद का कारण बन सकती हैं। इंटरनेट के बढ़ते उपयोग के कारण साइबर ठगी, हैकिंग, और डेटा चोरी जैसी समस्याएँ भी बढ़ रही हैं। इंटरनेट पर व्यक्तिगत जानकारी का संग्रहण और उसके दुरुपयोग का खतरा हमेशा बना रहता है। सोशल मीडिया और वीडियो गेम्स की लत बच्चों और युवाओं के मानसिक स्वास्थ्य पर नकारात्मक प्रभाव डाल रही है।
महात्मा गांधी ने कहा था:
“विज्ञान मानवता के लिए एक सुंदर उपहार है, लेकिन हमें इसे गलत दिशा में प्रयोग करने से बचना चाहिए।”
इंटरनेट ने दुनिया को वास्तव में एक ‘विश्वगाँव’ में बदल दिया है। यह सूचना, शिक्षा, व्यापार, चिकित्सा, और सामाजिक जीवन के हर पहलू में क्रांतिकारी परिवर्तन लाने का एक सशक्त माध्यम बन चुका है। हालाँकि, इसके कुछ दुष्प्रभाव भी हैं, लेकिन यदि हम इंटरनेट का सही दिशा में उपयोग करें और इसकी चुनौतियों से निपटने के लिए सख्त साइबर कानून और जागरूकता अभियानों को बढ़ावा दें, तो यह तकनीक मानव समाज के लिए वरदान साबित हो सकती है। इंटरनेट ने सीमाओं को समाप्त कर दिया है और इसे और अधिक सुलभ एवं सुरक्षित बनाकर हम इसके लाभों का अधिकतम उपयोग कर सकते हैं।
Download Pdf 👇
6. इंटरनेट ने हमारे संसार को विश्वगाँव में बदल दिया है।.pdf