Table of Contents
आधुनिक संचार क्रांति ने मानव के संचार के साधनों और टेक्नोलॉजी के प्रति जागरूकता में क्रांतिकारी रूप से वृद्धि की है। (69th BPSC )
आधुनिक संचार क्रांति ने मानव जीवन को न केवल सुविधाजनक बनाया है, बल्कि उसके संचार के साधनों और तकनीक के प्रति जागरूकता में भी क्रांतिकारी वृद्धि की है। विगत दो शताब्दियों में, मानव सभ्यता का विकास अभूतपूर्व गति और पैमाने पर हुआ है। इस विकास में संचार साधनों और तकनीकों की महत्वपूर्ण भूमिका रही है। वर्तमान समय में इंटरनेट, मोबाइल संचार, सोशल मीडिया, और डिजिटल प्लेटफार्मों ने सूचना को तेजी से सुलभ बनाया है, जिससे व्यक्ति जागरूकता के नए स्तर तक पहुँचा है।
एक वैश्विक रिपोर्ट के अनुसार, आज 5.5 अरब से अधिक लोग, जो विश्व की कुल जनसंख्या का लगभग 67.5% हैं, इंटरनेट से जुड़े हुए हैं। यह आँकड़ा स्पष्ट करता है कि संचार क्रांति किस हद तक व्यापक रूप से प्रभावी हो चुकी है। यह क्रांति केवल तकनीकी विकास नहीं है, बल्कि यह सामाजिक और सांस्कृतिक परिवर्तन का भी एक प्रमुख कारक बन चुकी है।
संचार क्रांति ने लोगों को संचार के नए माध्यमों से अवगत कराया है। पहले जहां संवाद के लिए पत्र, टेलीग्राम, और फोन कॉल का सहारा लिया जाता था, वहीं अब सोशल मीडिया, ई-मेल, वीडियो कॉल और इंस्टैंट मैसेजिंग जैसे साधन उपलब्ध हैं। इसने सूचनाओं की तीव्रता और पहुंच को बढ़ाया है।
इस क्रांति के कारण व्यक्ति विभिन्न क्षेत्रों में अधिक जागरूक हुआ है। शिक्षा के क्षेत्र में टेली-एजुकेशन और ऑनलाइन कोर्स के माध्यम से दूरस्थ क्षेत्रों तक गुणवत्तापूर्ण शिक्षा पहुँच रही है। स्वास्थ्य के क्षेत्र में टेली-मेडिसिन और हेल्थ ऐप्स ने ग्रामीण क्षेत्रों में भी चिकित्सा सेवाओं की सुलभता बढ़ाई है। राजनीति के क्षेत्र में नागरिक अपने अधिकारों और सरकारी योजनाओं की जानकारी के प्रति अधिक सतर्क हुए हैं, जिससे ई-शासन की अवधारणा को बढ़ावा मिला है। आर्थिक जागरूकता में डिजिटल भुगतान और ऑनलाइन बैंकिंग ने वित्तीय लेन-देन को अधिक पारदर्शी बनाया है। सुरक्षा के दृष्टिकोण से साइबर क्राइम, डेटा प्राइवेसी और डिजिटल धोखाधड़ी के प्रति लोग पहले की तुलना में अधिक सचेत हो गए हैं।
संचार क्रांति के कई सकारात्मक प्रभाव भी देखे गए हैं। इंटरनेट और डिजिटल प्लेटफॉर्म के कारण जानकारी कुछ ही सेकंड में प्राप्त की जा सकती है। मोबाइल और इंटरनेट के बढ़ते उपयोग से लोग तकनीकी रूप से अधिक दक्ष हुए हैं। पर्यावरण, मानवाधिकार, स्वास्थ्य, और शिक्षा जैसे विषयों पर वैश्विक स्तर पर जागरूकता बढ़ी है। इंटरनेट और सोशल मीडिया ने लोगों को दुनिया भर से जोड़कर विचारों और संस्कृति के आदान-प्रदान को बढ़ावा दिया है।
हालांकि संचार क्रांति ने अनेक सकारात्मक बदलाव लाए हैं, लेकिन इसके कुछ दुष्प्रभाव भी सामने आए हैं। अत्यधिक स्क्रीन समय और सोशल मीडिया पर निर्भरता मानसिक तनाव और सामाजिक अलगाव को बढ़ा सकती है। साइबर अपराध, डेटा चोरी, और ऑनलाइन फ्रॉड जैसी समस्याएँ बढ़ी हैं। लोग वास्तविक दुनिया से दूर होते जा रहे हैं और डिजिटल माध्यमों पर अधिक निर्भर हो रहे हैं। छोटी-छोटी जरूरतों के लिए मशीनों और तकनीकों पर बढ़ती निर्भरता मानवीय मूल्यों में ह्रास का कारण बन रही है।
“Technology is a good servant but a dangerous master.” – Christian Lous Lange
आधुनिक संचार क्रांति ने मानव जीवन को सूचना और तकनीक के प्रति जागरूक बनाया है। इसने व्यक्ति को डिजिटल साक्षरता, राजनीतिक अधिकारों, स्वास्थ्य सेवाओं, और सामाजिक उत्तरदायित्वों के प्रति सचेत किया है। हालांकि, इसके अति प्रयोग से उत्पन्न चुनौतियों का समाधान भी आवश्यक है। आवश्यकता इस बात की है कि हम इन साधनों का संतुलित और विवेकपूर्ण उपयोग करें ताकि संचार क्रांति मानवता के लिए सहायक बनी रहे और तकनीक हमारी आवश्यकताओं को पूरा करने का माध्यम बने, न कि उन पर नियंत्रण करने वाली शक्ति।
“विज्ञान और तकनीक का सही उपयोग ही समाज को उन्नति की ओर ले जा सकता है, अन्यथा यह एक अराजक स्थिति भी पैदा कर सकता है।” – डॉ. ए. पी. जे. अब्दुल कलाम